छगनलाल यादव
माँ बेटी की हत्या करने वाले ग्राम भदरा निवासी आरोपी दिलहरण को किया गया गिरफ्तार
संपूर्ण घटना स्थल का एफएसएल की फारेंसिक टीम द्वारा भी कराया गया सूक्ष्म निरीक्षण
बलौदाबाजार। कसडोल क्षेत्र के ग्राम भदरा में घर के अंदर दों महिला मां बेटी की अर्धजली लाश बरामद हुवा था दोनों की हत्या कर जला दिया था कसडोल पुलिस बल तत्काल घटनास्थल का निरीक्षण कर मृतिका के घर में संतोषी स्व. दिलीप साहू उम्र 40 वर्ष एवं उसकी पुत्री ममता साहू 18 वर्ष की प्रारंभिक निरीक्षण पर दोनों मृतकों के सिर में किसी घातक हथियार से गंभीर चोट और आरोपी द्वारा मिट्टी तेल डालकर दोनों शवों को जलाने का भी प्रयास किया गया है.
रायपुर फोरेंसिक तथा कसडोल पुलिस टीम द्वारा घटनास्थल का सूक्ष्म निरीक्षण किया गया साथ ही जांच पंचनामा एवं ग्रामवासियों से घटना के संबंध मे पूछताछ किया गया। संपूर्ण कार्यवाही पश्चात दोनों शवों का विधिवत पोस्टमार्टम कराया गया। प्रकरण में थाना कसडोल में मर्ग क्र. 63/2024, 64/2024 एवं अपराध क्र. 300/2024 धारा 103,1,238 बीएनएस पंजीबद्ध कर जांच विवेचना में लिया गया।
पुलिस टीम में शामिल निरीक्षक रितेश मिश्रा, तथा टीम द्वारा दोनों मृतकों की हत्या करने वाले अज्ञात आरोपियों के संबंध में जांच तलासी प्रक्रिया प्रारंभ किया गया साथ ही साइबर सेल की टेक्निकल टीम द्वारा घटना के संबंध में महत्वपूर्ण साक्ष्य एकत्र कर आरोपी की पहचान का प्रयास किया जा रहा था। मृतिका का घर ग्राम भदरा बीच बस्ती में है तथा घर में दोनो मृतक एवं उसका एक पुत्र निवास करते थे। घटना दरम्यान पुत्र सुनील एक शोक कार्यक्रम में शामिल होने के लिए ग्राम अहिल्दा थाना लवन चला गया था, मृतक मां बेटी ही घर में थे और दोनों का मर्डर हो गया, इस दौरान सूचना प्राप्त हुई कि गांव का ही रहने वाला दिलहरण का मृतिका के घर आना-जाना है, पर वह सुबह से गांव से कहीं बाहर भाग गया है.
पुलिस का सारा ध्यान संदेही दिलहरण के ऊपर एवं उसकी खोजबीन में लग गया, पुलिस द्वारा संदेही दिलहरण का पता तलाश कर उसे हिरासत में लिया तत्पश्चात पुलिस टीम उससे घटना के संबंध में सुझ-बूझ से एवं बारिकी से पुछताछ किया गया, जिसमें आरोपी द्वारा दोनों मृतकों की हत्या करना स्वीकार करते हुए बताया गया कि उसका मृतिका संतोषी के साथ प्रेम संबंध में था, और वह मृतिका को बीच-बीच में आर्थिक मदद भी करता रहता था। विगत कुछ दिनों से मृतिका द्वारा संदेही दिलहरण को अधिक रकम मांगने की बात को लेकर ब्लैकमेल किया जाने लगा था। मृतिका अपनी मांग पूरी न होने पर कहने लगी थी कि मैं तुम्हारे घर में जाकर बतौर पत्नि रहने लगूंगी और तुमको बदनाम कर दूंगी।
आरोपी दिलहरण मानसिक रुप से काफी परेशान रहने लगा और इस परेशानी से छुटकारा पाने के लिए उसने मृतिका को मारने की योजना बना डाली, योजना अनुसार आरोपी 28 जुलाई को रात्रि मृतिका के घर गया और समझाने लगा मृतिका गुस्सा होकर जोर-जोर से चिल्लाकर बात करने लगी, तब आरोपी के द्वारा ऐसा बोलने पर मना करने से, मृतिका आरोपी के साथ लडाई-झगड़ा कर हाथापाई करने लगी आरोपी ने मृतिका के घर में रखे हुए टंगिये से संतोषी के वार किया लहुलुहान होकर जमीन पर गिर गई। इसकी आवाज सुनकर मृतिका की पुत्री ममता भी वहां आ गई तो आरोपी द्वारा डर से उसे भी उसी टंगिये से हमला कर मार डाला आरोपी दिलहरण द्वारा मिट्टी तेल छिड़कर दोनों मृतिका (माँ बेटी ) को जला दिया गया और घर के पीछे के रास्ते से आरोपी भाग गया, आरोपी दिलहरण को विधिवत गिरफ्तार कर माननीय न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत करते हुए जेल भेजा गया