डीआईजी केएल धुरु के आश्वासन के बाद ग्रामीण लौटे..
कांकेर । आमाबेड़ा थानांतर्गत के गांव उसेली के आसपास के ग्रामीणों ने बड़ी संख्या जिला मुख्यालय पहुंचे हुए थे। ग्रामीणों ने अपनी समस्या को लेकर जिला कलेक्टर सहित डीआईजी कांकेर को आवेदन देकर करवाई करने एवम समस्या का समाधान करने की मांग किया है। डीआईजी कांकेर केएल धुरू उनकी समस्या को सुनते हुए उनसे चर्चा किया उनको विश्वास दिलाया कि आपके गांव में अब पुलिस आएगी आपको कही जाने की जरूरत नहीं है और ना ही आपको परेशान होने की जरूरत है तमाम इन आश्वाशन के बाद ग्रामीण अपने गांव के लिए लौट गए.
ग्राम पंचायत उसेली के सरपंच रामलाल सलाम ने बताया है कि 13 मार्च की शाम लगभग 6 बजे के आसपास सादा वर्दी में कांकेर से एक बोलोरो वाहन में सवार 5/6 लोग गांव उसेली पहुंचे और गांव के बिरेंद्र जैन नाम के लड़के के को उठाकर अपने साथ ले गए जिसकी जानकारी ना घर वालो को है और ना ही गांव के किसी आदमी को इसकी जानकारी था.
देर रात करीबन साढ़े 10 जब विरेंद्र जैन फोन कर अपने घर में जानकारी दिया की मुझे कांकेर लेकर आए पर क्यों ले कर आए है इसकी जानकारी नहीं दे पाया इतनी में ही गांव से करीब रात में ही 50/60 लोग कांकेर के लिए निकल गए। इसकी जानकी पुलिस को होने पर पुलिस विरेंद्र जैन को बाईपास मर्दापोटी जाने वाली सड़क पर अकेले को छोड़ दिए और घर से 10 बजे लाख लेकर आने की बात भी पुलिस के द्वारा कही गई। देर रात विरेंद्र भी गांव वालो से मिला फिर गांव वालो ने इसे लेकर गांव चले गए.
पुलिस देर रात तक घुमाया मारा भी 10 लाख का मांग भी किया
पीड़ित युवक बिरेंद्र जैन ने कहा है कि जगाड़े साहब नाम के अधिकारी के अलावा 3 से 4 लोग मुझे गांव से उठाया पर घने जंगल से होते हुए मुझे लखनपुरी, चारामा, कांकेर के बाईपास तरफ घुमाते रहे। गाली गलौज करते हुए मुझसे यह कहते हुए कि नेता गिरी कर रहा तेरा सब खुसाड़ देंगे कहते हुए मारपीट किए। जब पीड़िता ने यह वहा फोन घूमाना चालू किया तो देर रात पीड़ित को यह कहते हुए की 10 लाख रुपया लेकर आना कहते हुए बाईपास के पास छोड़ दिया गया। सुबह गांव वाले के साथ डीआईजी ऑफिस आकार आवेदंदेकर संबंधित पुलिस कर्मचारियों पर करवाई करने की की मांग ग्रामीणों द्वारा किया गया है।